गुणवान
1. गुण की सब स्थानों पर पूजा होती हैं ,धन की पूजा नही |पूर्णिमा के चाँद को सब लोग पूजते हैं ,किन्तु दूज का दुर्लभ चाँद कही नही पूजा जाता |
गुणवान की प्रशंसा तो सभी लोग करते हैं,यदि गुणवान अपने मुहँ से स्वयं प्रशंसा करे तो अच्छा नही लगता | गुण समझदार आदमी के पास जाकर
निखर जाता हैं | हीरे- मोती की कीमत वे क्या जाने ,रत्न तो शीशे में जड़ जाने के पश्चात ही चमकता हैं |मणि क्या तभी शोभा देती हैं, जब उसे सोने में जड़ा
जाये |प्राणी की चार चीजो की भूख कभी नही मिटती |धन ,जीवन ,वासना और भोजन |सब्के के लिए हर मनुष्य सदा भूखा रहता हैं भले ही उसे यह चीजे
जितनी भी मिल जाये लेकिन उस की लालसा नही मिटती | अन्न से बढकर कोई दान नही | द्वादशी से बढकर कोई तिथि नही |कोई देवी , देवता ,माँ- बाप
से बढकर नही | यह एक सत्य हैं |
सत्य
2.सांप के दांत में जहर होता हैं | मक्खी के सिर में और बिच्छू की दुम में जहर होता हैं | परन्तु बुरे इन्सान के तो पुरे शरीर में जहर होता हैं |बुरा प्राणी सबसे अधिक जहरीला होता हैं
3. चन्दन का पेड़ कट जाने से उसकी खुश्बू समाप्त नही हो जाती | हाथी बूढ़ा होने पर भी चंचल रहता हैं |ईख कोल्हू में पीसे जाने पर भी अपनी
मिठास नही छोड़ता |सोना आग में डालने के पश्यात भी अपनी चमक नही खोता , इसी प्रकार से अच्छेखानदानी लोग कही भी चले जाये वे अपने गुणों
को नही छोड़ते |गुण और उसकी अच्छाई सदा ही उनके साथ रहते हैं |