Chanakya Niti

10 Great Thoughts By Chanakya

5 Nov , 2019  

1.अगर आपके घर में बेहतर यानी कि आनंददायी वातावरण है तो आप अपने आप को खुशहाल मान सकते हैं। आमतौर पर लोग अपने घरों में अक्सर अपनों के साथ तनातनी और परेशानियों के कारण जूझते रहते हैं। इसके कारण घर में हमेशा तनावपूर्ण माहौल बना रहता है। ऐसे में अगर आपके घर में भी सब कुछ सामान्य है। घर के हर सदस्य के साथ आपके संबंध मधुर हैं और हमेशा आपके निवास पर आनंददायी माहौल बना रहता है तो आप यह मान सकते हैं कि आप पर भगवान की विशेष कृपा है।

 

10 Great Thoughts By Chanakya

 

2. हर किसी की तमन्ना होती है कि उनका बच्चा आज्ञाकारी होने के साथ साथ गुणी हो, लेकिन ऐसे बिरले ही होते हैं जिनका बच्चा आज्ञाकारी होने के साथ साथ गुणी निकलता है। घर की दहलीज के बाहर कदम रखते ही बच्चे अक्सर बुरी संगतों में पड़ अवगुणी हो जाते हैं, लेकिन कुछ ऐसे भी होते हैं जिन पर बाहर के बुरे वातावरण का कोई खास असर नहीं होता है, ऐसे गुणी बच्चे बड़े नसीब वालों को ही मिलते हैं। अगर आपका बच्चा भी गुणी है तो आप मान सकते हैं कि आप पर प्रभु की विशेष कृपा है।

 

3. पत्नी सुशील हो, सुंदर हो और बेहतर भोजन पकाना जानती हो…एक आम भारतीय पुरुष की अपनी जीवन संगिनी से यही तमन्ना रहती है। मगर ऐसा कम ही होता है कि आपकी होने वाली या हो चुकी पत्नी में ये तीनों गुण हों। लेकिन आचार्य चाणक्य का कहना था कि अगर आपकी पत्नी मधुर बोलने वाली है आप खुद को नसीब वाला मान सकते हैं वहीं अगर आपके संबंध अपनी पत्नी के साथ सुखपूर्ण हैं तो आपका जीवन धन्य होगा। इसका मतलब यह हुआ कि आप पर प्रभु की कृपा है।

 

4.व्यक्ति की जरूरतें कभी पूरी नहीं होतीं क्योंकि मनुष्य महत्वाकांक्षी होता है, लेकिन इतनी धन हर किसी के पास होना चाहिए कि वो अपनी जरुरतों को पूरा कर सके, लेकिन ऐसे नसीब वाले भी बहुत कम होते हैं। अगर आपके पास अपनी जरुरतों को पूरा करने के लिए हरदम पर्याप्त धन बना रहता है तो आपको मान लेना चाहिए कि आप पर प्रभु की कृपा बनी हुई है।

 

5.अच्छा भोजन करना किसको रास नहीं आता, लेकिन उत्तम भोजन करना भी हर किसी के नसीब में नहीं होता है। अगर किसी को रोजाना उत्तम भोजन नसीब हो रहा है तो वाकई में उस पर प्रभु की कृपा है।

 

6. आचार्य चाणक्य का कहना था कि अगर विवाह के बाद आपकी पत्नी के स्वभाव में परिवर्तन आता है और वो गलत काम करने लगती है..ससुराल में किसी का भी ध्यान नहीं रखती है और न ही अपने कर्तव्यों का ठीक से निर्वहन करने की कोशिश करती है तो इस व्यवहार के लिए उसके पति को भी कष्ट भोगना पड़ता है। ठीक इसी प्रकार अगर किसी महिला का पति ऐसा व्यवहार करता है..या गलत काम करता है तो उसके इस काम का अंजाम दोनों को भुगतना पड़ता है…तो ऐसे में पति और पत्नी दोनों को एक दूसरे की सलाह मानकर ही जिंदगी की गाड़ी को आगे बढ़ाना चाहिए।

 

7. जब कोई शिष्य गलती करता है तो इसमें भी उसके गुरु की अहम भूमिका होती है। यानी गुरु के गलत कामों का अंजाम उसके शिष्यों को भी भुगतना होता है। गुरु का काम होता है कि वो अपने शिष्यों को सही और गलत राह का अहसास कराए और उसे हमेशा सही काम करने के लिए प्रोत्साहित करे..यदि कोई गुरु ऐसा नहीं करता तो उसका चेला मार्ग भटककर गलत कामों में लिप्त हो सकता है और इसका परिणाम उस गुरु को भी भोगना पड़ सकता है।

 

8. अगर आपका शत्रु आप पर अचानक हमला कर दे तो आप उस स्थान से तुरंत हट जाए नहीं तो आपका ही नुकसान होगा। चाणक्य ने बाताया कि अगर आप उस जगह रहेगे आपका शत्रु तो पूरी तैयारी के साथ आया है, लेकिन आप इस हमले से अनभिज्ञ है। जिसके कारण वो आप पर भारी पड़ेगा। इसलिए ऐसी जगह से तुरंत भाग जाना चाहिए जिससे कि आप अपना जीवन बचा सके।

 

9. चाणक्य के अनुसार अगर आपको किसी जगह पर दंगा या फिर मारपीट करते हुए दिखे तो वहां से तुंरत भाग जाना चाहिए, क्योंकि अगर आप वहां रुके तो आपको कई परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। आप उन उपद्रवियों की हिंसा का शिकार भी हो सकते है। साथ ही प्रशासन की कार्यवाही में भी फंस सकते है। इसलिए ऐसे लोगों से दूरी बना कर रखें तो अच्छा होगा।

 

10. अगर किसी क्षेत्र में अकाल पड गया है तो उस जगह से तुंरत भाग जाए, क्योंकि उस जगह पर यदि हर संसाधन जैसे कि खाना-पीना आदि समाप्त हो गया हो। ऐसी जगह पर रहने से आपके जीवन में संकट आ सकता है। आप इन चीजों के बगैर ज्यादा दिन तक जीवित नहीं रह सकते है। इसलिए ऐसी जगह से तुरंत चले जाना ही आपके लिए बेहतर है।