जैसे मुह वैसा थप्पड़
हाथी को अंकुश से , घोड़े को चाबुक से , सींग वाले पशु को डंडे से , दुर्जन को तलवार से दंड देना चाहिए | प्रत्येक के साथ उनके व्यवहार के हिसाब से व्यवहार करना चाहिए|
बुरा है
आग, ब्राह्मण , गुरु , कुवारी कन्या बालक, वृद्धा को कभी भी पाँव से नही छूना चाहिए| यह सब पूज्य होते है| आग को पाँव छूने से पाँव जल जाता है | ब्राह्मण और गुरु का क्रोध बहुत बुरा होता है उनके आदर से ज्ञान मिलता है|
भला कैसे होगा
बुरे राजा के राज में न तो जनता सुखी रहेगी | बुरे मित्र से कभी भी आशा न रखो | बुरी औरत से कभी भला नही होगा | बुरे शिष्य कभी गुरु का भला नही कर सकते , ऐसे लोगो पर शिक्षा का कोई असर नही होता उन्हें शिक्षा देना तो चिकने घड़े पर पानी डालना होता है|