Chanakya Niti

10 Tips to Achieve Success By Chanakya

12 Aug , 2019  

1. चाणक्य के अनुसार इंसान जहां भी काम करता है, उसे उस जगह – स्थान के बारे में जानकारी होनी चाहिए। जैसे कि जिस जगह आप रह रहे है।  वह जगह कैसी है ? वहां के हलात कैसे है ? जहां आप काम कर रहे है, वहां काम करने वाले लोग कैसे है? काम करने का तरीका कैसा है? अगर आपको इन सभी सवालों के बारे में जानकारी है तो सफलता कदम चूमेगी अगर नहीं है तो आप कभी भी सफल नहीं हो सकते। 

Chanakya Niti

 

2. ब्राह्मण जहां कभी भी खड़े हो उनके बीच मत जाओ क्योंकि ब्राह्मण का क्रोध बहुत बुरा होता है। पति पत्नी जब भी कहीं बैठे हो तो उनके बीच मत जाओ क्योंकि वह अपने मन की बात कर रहे होते है। उनका अपना दुःख सुख होता है, जो प्रेम संसार उन्होंने बसाया होता है वह किसी तीसरे के आने से उजड़ जाता है। हल और बैल के बीच में से गुजरने पर चोट लग जाती है। 

 

3. धनवान को अपने आप ही मित्र मिल जाते है। धन मित्रता को जन्म देता है। धनवान के सब रिश्तेदार है। सत्य बात तो यह है कि जिसके पास धन है। वही सच्चा और इज्जतदार आदमी माना जाता है। 

 

4. शांति से बड़ा कोई तप नहीं होता। क्योंकि गुस्से में इंसान अपना सब कुछ भूलकर पागल सा हो जाता है। यहां तक कि इसी बोझ के कारण मृत्यु की गोद में चला जाता है। 

 

5. आग, पानी, सांप और राजा इन सबसे मित्रता करने से घाटा ही घाटा होता है। ये क्रोध में आकर प्राणी की जान भी ले सकते है। इनसे सबसे दूर रहने में ही लाभ है।

 

6. यह संसार दुखो का घर है हर प्राणी चिंता में डूबा रहता है। शांति के लिए साधु , संतान, पत्नी की शरण में जाना चाहिए थका हारा इंसान इनके पास जाकर तो अपने दुःख दूर कर सकता है। 

 

7. अगर किसी वृद्ध की पत्नी मर जाएं, तो ये सबसे दुर्भाग्य की बात है। अगर पुरुष की पत्नी जवानी में मर जाती है, तो वह दूसरी शादी कर लेता है। वही बुढ़ापे में वो दूसरी शादी नहीं कर सकता है। जिसके कारण जिस समय उसे अपनी पत्नी की सबसे ज्यादा जरुरत है। वो उसे छोड़ चली गई। जिसके अकेलेपन के कारण मानसिक तनाव और निराशा बढ़ जाती है।

 

8.   जिस जगह पर झगड़ा हो रहा हो वंहा पर कभी भी खड़े नहीं होना चाहिए, कंही बार ऐसे झगड़ो में बेगुनाह भी मारे जाते है। 

 

9. ऐसा व्यक्ति जिसमें चतुराई या चालाकी न हो। वह कभी भी आपको धोखा नहीं दे सकता, क्योंकि ऐसा व्यक्ति आपके लिए यदि कोई कार्य करेगा तो वह बिना स्वार्थ के ही करेगा। वह आपके किसी काम को करते समय आपका लाभ पहले सोचेगा बजाय अपने लाभ को सोचे। तो इसलिए ऐसे व्यक्तियों पर आप आँख बंद  करके भरोसा कर सकते है। 

 

10. एक अच्छा मित्र वही है जो आवश्यकता पड़ने पर काम आए। यदि गलती से मित्र बने हुए शत्रु से मदद मांग ली तो आपको और समस्या का सामना करना पड़ सकता है।