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Top 10 Best Chanakya Niti in Hindi

10 Mar , 2018  

1.ज्ञान से बढकर दूसरा गुरु नही ,कामवासना के समान दूसरा रोग नही ,क्रोध के समान आग नही ,और अज्ञानता  के

दूसरा शत्रु नही  |

 

2.सिह से हमे सीखना चाहिए  कि काम छोटा हो या बड़ा पूरी शक्ति से करे  |जिस प्रकार सिहं शिकार छोटा हो या बड़ा

वह अपनी पूरी शक्ति से झपटता है |

Chanakya NIti

3.ब्राह्मण ,गुरु अग्नि ,कुंवारी कन्या ,बालक व्रद्वो  को पैरो से नही छुना चाहिए | ये सभी आदरणीय  है  | हमे इन्हे आदर

सम्मान देना चाहिए |

4.अपनी संतानों को जो माता पिता उचित शिक्षा नही दिलवाते , वे उनके शत्रु है | समय का चक्र  किसी के रोके नही रुकता

चलता रहता है  |अत: समय को पहचान कर तदनुसार  कर्म करना चाहिए |

5.गाय चाहे  जो भी खाले  ले दूध ही देगी | इसी प्रकार विद्वान्  कैसा भी  आचरण करे , वह निश्चित ही  अनुकरणीय होगा |

परन्तु  यह तथ्य  केवल  समझदार  ही समझ सकते है |

 

6.होनी को कोई नही टाल  सकता | होनी होकर  ही रहती है | होनी के वक्त  वैसा ही अनुकूल  वातावरण  बन जाता है  ,हमारी

बुधि भी तदनुकूल ही कार्य करने  ल्हती है |

 

7.बिना मंत्री का राजा ,नदी के किनारे व्रक्ष दुसरे के घर जा कर रहने वाली स्त्री -ये  सभी शीघ्र  नष्ट हो जाते है अर्थात  बिना 

मंत्री का राजा कूटनीति के अभाव मे राजपाट से हाथ धो बैठता है |नदी के किनारे सिथत  विशाल व्रक्ष भी जल के प्रभाव से

कभी भी भ सकता है |और दुसरे की पत्नी बन जाने  पर स्त्री कभी भी ठुकराई जा सकती है |

 

8.जो व्यक्ति सभी प्राणियों  के प्रति समान भाव रखता है , दुसरो के धन को मिटटी के समान  समझता है |और पर स्त्री को माता |

वही सच्चा विद्वान् और ब्राहाण है |

 

9.गधा  बहुत  संतोषी  जीव है | थकने पर भी वह बोझ ढोता रहता है | सर्दी -गर्मी की उसे प्रवाह नही रहती ,संतोष भाव से  जो  मिल

जाये ,उसी मे गुजर करना ,ये बाते गधे से सीखनी चाहिए |

 

10.अन्न से बढकर कोई दान नही होता | दाद्शी की तिथि सर्वोपरी है | गायत्री  मन्त्र सर्वश्रेष्ठ  है | और माता पिता से  श्रेष्ठ  कोई  नही |