Motivational,Vichar

Mahatvpurn Baate

12 Apr , 2016  

Chanakya Niti

  •      शास्त्रों में पांच पिता बताए गए है —– जन्मदाता, विद्या देने वाला गुरु, भय से बचाने वाला, यज्ञोपवीत कराने वाला तथा अन्न देने वाला | इन सभी को पिता तुल्य समझ एक समान आदर व सम्मान करना चाहिए |
  • शास्त्रों में पांच माताओ का वर्णन है —— राजा की माता, गुरुमाता, मित्र की पत्नी, पत्नी की माता  तथा स्वयं की माता | इन सभी का समान रूप से  आदर अपरिहार्य है | इन पर कुदृष्टि  रखने वाला महाचंडाल होता है |
  • नीम की जड़ में मीठा दूध डालने  से नीम मीठा नही हो सकता, उसी प्रकार कितना भी समझाओ, दुर्जन व्यक्ति साधु नही बन सकता |
  • भोजन महत्वपूर्ण नही है , महत्वपूर्ण है कार्य व उसके  प्रति निष्ठा | पेट तो जानवर भी भर लेते है | अतः मनुष्य बनो |