Chanakya NIti

Chanakya Niti,Inspirational,Motivational

Chanakya Niti On Krma

7 Mar , 2017  

अस्थाई

1. पुरुष  आदि काल से ही  चंचल  है |इस संसार मे  भगवान को छोड़ कर  हर चीज अस्थाई  है  |क्क्ष्मी  तो रमणी है |सदा नृत्य करती है |यह धन

रिश्ते नाते ,घर द्वार  सब अस्थाई  है |इनमे से  कोई किसी का  साथ नही देता  | साथ क्या देता है |केवल धर्म ही अटल सत्य है |यह ज्ञान का

भण्डार है |ज्ञान अस्थाई है |यह कभी प्राणी का साथ नही छोड़ता  |मनुष्य की सुनने की शक्ति  सबसे महान  होती है | यह सुनकर ही ज्ञान पाता है |

यह सुनकर  ही मोक्ष  प्राप्त करता है |इस तरह के प्राणी  हर अच्छी  चीज  केवल सुनकर ही  ग्रहण  करता है |,अच्छा -बुरा दोनों  ही को प्राणी सुनता है

किन्तु बुराई से दूर रहते  हुए | उसे केवल अच्छाई  और  ज्ञान की बोली को सुनना चाहिय |

 

 कर्म

2.प्राणी जेसा  काम करता है |वैसा ही  उसे फल मिलता है | इन कर्मो के  ही  तो प्राणी इस संसार  के माया जाल मे फंसा  रहता है |अच्छे -बुरे काम  |

और जब मोत  आती है  यह सब कुछ  यही पर रह जाता है |कुछ भी तो प्राणी के साथ नही जाता  |यदि पुरुष के साथ जाता है  तो केवल उसके कर्म |

इस संसार  मे केवल  कर्म ही  प्रधान  है |कर्म  फल ही प्राणी को मिलता है | जब प्राणी इस  बात  को अच्छी तरह  जानता  है  कि मरने के बाद उसे

अपने कर्मो का फल मिलेगा तो फिर अच्छे  कर्म क्यों  नही करता है |